Unbreakable Records in Cricket History: क्रिकेट के खेल मे आए दिन कुछ न कुछ रिकॉर्ड बनते रहते है, लेकिन कई बार खिलाड़ियो द्वारा ऐसा प्रदर्शन किया जाता है की वह प्रदर्शन एक ऐसा रिकॉर्ड बन जाता है जो की कई समय तक कायम रहता है। पर कुछ ऐसे भी रिकॉर्ड बनते है की जिसको तोड़ पाना असंभव तो नही पर बहुत मुश्किल होता है, और आज हम कुछ ऐसे ही रिकॉर्ड की जानकारी देंगे।
1. Sachin Tendulkar के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मे 100 शतक
Sachin Tendulkar एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी है ये सब जानते है, और जब तक सचिन क्रिकेट खेले तब तक वह रन के मामले मे हमेशा शिखर पर रहे है। सचिन तेंदुलकर ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मे TEST मे 51 शतक और एकदिवसीय क्रिकेट मे 49 शतक ऐसे कुल मिलाकर 100 शतक बनाए है। सचिन का यह रिकॉर्ड आज तक कायम है और इस रिकॉर्ड की बराबरी करना या उसको तोड़ना किसी भी खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी लेकिन इस रिकॉर्ड को तोड़ना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होगा। 34357 अंतरराष्ट्रीय रनो के साथ जिसमे 15,921 रन TEST क्रिकेट मे और 18,426 रन एकदिवसीय क्रिकेट मे बनाकर सर्वोच्च स्थान पर बने हुए है।

2. Sir Don Bradman की TEST क्रिकेट मे 99.94 की औसत
Sir Donald Bradman जो की आज भी अब तक के क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाज़ के रूप मे सब के जहेन मे बने हुए है। सर डोनाल्ड ब्रेडमेन ने कुल मिलाकर 52 TEST मैच खेले, जिसमे उन्होने 99.94 की अविश्वसनीय औसत से कुल 6996 रन बनाए है। यह एक ऐसा औसत है की जिसके आस पास भी कोई खिलाड़ी का आना असंभव सा है। इस औसत के साथ बनाए हुए रन मे सर डोनाल्ड ब्रेडमेन ने 19 शतक बनाए जिनमे से 12 तो दोहरे शतक थे। जो की किसी खिलाड़ी के नाम सबसे ज्यादा दोहरे शतक है। सर डोनाल्ड ब्रेडमेन का यह रिकॉर्ड तोड़ पाना लगभग नामुमकिन है।

3. करियर मे सबसे ज्यादा रन
इंगलेंड के महान बल्लेबाज़ों मे से एक सर जैक होब्स क्रिकेट इतिहास मे अपने करियर मे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी है। सर जैक होब्स का क्रिकेट करियर 1905 से लेकर 1934 तक रहा इस बीच “The Master” के नाम से जाने वाले इस महान खिलाड़ी ने 60,000 से अधिक रन बनाए, जिनमे 199 शतक भी शामिल है और यह भी एक रिकॉर्ड है। इस आधुनिक समय के क्रिकेट मे इतने लंबे समय तक किसी भी खिलाड़ी के लिए लगातार खेलना और टिम मे जगह भी बनाए रखना बहुत ही मुश्किल है, इस लिए यह रिकॉर्ड शायद ही कभी तुट पाए।

4. सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय विकेट्स
श्रीलंका के स्पिनर मुथैया मुरलीधरन जिनको स्पिन का जादूगर भी कहा जाता है, इस खिलाड़ी ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर मे कुल मिलाकर 1,347 विकेट्स लिए है जिनमे से 800 विकेट्स TEST करियर मे और 547 विकेट्स सफ़ेद गेंद के करियर मे आए है। इस खतरनाक स्पिनर ने अपनी स्पिन की जादूगरी से पूरे दो दशको तक बल्लेबाज़ों को परेशान किया। मुरलीधरन के नजदीकी प्रतिस्पर्धी ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न रहे जो की इस श्रीलंकाई खिलाड़ी से 346 विकेट्स पीछे रह गए।

5. Brian Lara का TEST इनिंग का सर्वाधिक स्कोर 400*
2004 मे इंगलेंड के खिलाफ आई वेस्ट इंडीज के महान बल्लेबाज़ ब्रायन लारा की वह 582 गेंदो पर नाबाद 400 रनो की पारी आज भी एक रिकॉर्ड है, जो की एक खिलाड़ी द्वारा एक ही इनिंग मे बनाया गया सर्वाधिक स्कोर है। उस समय ब्रायन लारा ने ऑस्ट्रेलिया के मेथ्यु हेडन के 380 रनो के रिकॉर्ड को तोड़ा था। जो की मैथ्यू हेडन ने उसके पिछले साल 2003 मे ही बनाया था। ब्रायन लारा का यह रिकॉर्ड आज तक कायम है और इस रिकॉर्ड को तोड़ना किसी भी खिलाड़ी के लिए बहुत ही मुश्किल होगा।

6. Rohit Sharma की एकदिवसीय क्रिकेट की सर्वाधिक 264 रनो की पारी
भारत के सलामी और ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ रोहित शर्मा ने एकदिवसीय क्रिकेट मे 2014 मे श्रीलंका के खिलाफ 173 गेंदो मे 264 रनो की तूफानी पारी खेली थी। जो की किसी भी खिलाड़ी द्वारा बनाया गया एकदिवसीय क्रिकेट की पारी का सर्वाधिक स्कोर है। इस रिकॉर्ड को शायद ही रोहित शर्मा के अलावा कोई ओर तोड़ पाए। इसके अलावा रोहित शर्मा एकदिवसीय क्रिकेट मे 3 दोहरे शतक बनाने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी है।

7. Yuvraj Singh का T-20 मे सबसे तेज़ 12 गेंदो मे अर्धशतक
भारत के पूर्व ऑल राउंडर युवराज सिंह अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते है, और इसका अंदाज़ा दुनिया को तब हुआ जब 2007 मे खेले गए पहले T-20 विश्वकप मे इंगलेंड के खिलाफ युवराज सिंह ने स्टुअर्ट ब्रॉड की एक ही ओवर मे 6 छक्के जड़ दिये। और इस पारी मे युवराजने मात्र 12 गेंदो मे अपना अर्धशतक बना डाला। इस समय मे जहा कई ऐसे तूफानी बल्लेबाज़ है फिर भी युवराज के 12 गेंदो के अर्धशतक के रिकॉर्ड को तोड़ना उनके के लिए बहुत मुश्किल है।

8. एकदिवसीय क्रिकेट मे बेस्ट बॉलिंग
एकदिवसीय क्रिकेट मे हर एक गेंदबाज को मैच मे कुल 60 गेंदे डालने मिलती है, जहा पर गेंदबाज को अपनी काबिलियत साबित करनी होती है। 2001 मे जिम्बाम्ब्वे के खिलाफ श्रीलंका के चमिंडा वास ने अपने इसी 60 गेंदे पूरी होने से पहले ही लगभग पूरी विपक्षी टिम की कमर तोड़ दी। चमिंडा वास ने मात्र 19 रन देकर 8 विकेट लिए। मतलब विपक्षी टिम के 80 प्रतिशत विकेट्स मात्र एक गेंदबाज ने ले लिए। और इसी वजह से जिम्बाम्ब्वे 15.4 ओवरो मे 38 रनो पर ही ढेर हो गई। हालाकी विपक्षी टिम कमजोर थी लेकिन फिर भी किसी भी गेंदबाज के लिए इस प्रदर्शन के रिकॉर्ड को तोड़ना बहुत मुश्किल होगा।

9. AB de Villiers का सबसे तेज़ एकदिवसीय शतक (31 गेंदे)
AB de Villiers आधुनिक समय मे सीमित ओवर क्रिकेट के एक महान बल्लेबाज़ है। और यह उन्होने कई बार अपने बल्लेबाज़ी से इसका प्रमाण दिया है। 2015 की शुरुआत मे जोहान्स्बर्ग मे वेस्ट इंडीज के खिलाफ एबी डिविलियर्स ने मात्र 31 गेंदो मे शतक ठोक दिया। सबसे तेज़ शतक का रिकॉर्ड इससे पहले पाकिस्तान के शहीद अफरीदी के नाम था जिसने 37 गेंदो मे 1996 मे बनाया था। और इसके बाद 2014 मे न्यूजिलेंड के कोरी एंडरसन ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ 36 गेंदो मे शतक बनाकर इस रिकॉर्ड को तोड़ा। सबसे तेज़ शतक का रिकॉर्ड को टूटने मे 18 साल जितना समय लगा, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ, इसके एक साल के बाद ही 2015 मे यह रिकॉर्ड एबी डिविलियर्स ने तोड़ा। और अब 2015 से लेकर आज तक यह रिकॉर्ड कायम है, जो की तूटना नामुमकिन सा लगता है।

10. एकदिवसीय विश्वकप जीतने की हेट-ट्रिक

क्रिकेट विश्वकप जितना हर एक टिम का सपना होता है, लेकिन कई एसी भी टीमे है जिसने अब तक एक भी एकदिवसीय विश्वकप नहीं जीता। जैसे की न्यूजिलेंड, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और अफ़्घानिस्तान। और वही एक टिम ऐसी है की जिसने पाँच एकदिवसीय विश्वकप जीते है, और वह है ऑस्ट्रेलिया। इसके अलावा इस टिम के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड भी है जो की तूटना लगभग असंभव है। ऑस्ट्रेलिया ने लगातार तीन बार 1999, 2003 और 2007 मे एकदिवसीय विश्वकप जीते है। यानि विश्वकप जीतने की हेट-ट्रिक लगाई। 1999 मे स्टीव वो और 2003 व 2007 मे रिकी पोंटिंग की कप्तानी मे ऑस्ट्रेलिया ने यह कारनामा किया था। और इस तरह से एकदिवसीय विश्वकप जीतने की हेट-ट्रिक लगाना किसी भी टिम के लिए आसान नहीं होगा।