IPL (इंडियन प्रिमियर लीग) भारत का एक ऐसा क्रिकेट मंच है की जो काबिल खिलाड़ियो को उज्ज्वल भविष्य प्रदान करता है। घरेलू क्रिकेट मे अच्छा प्रदर्शन कर खिलाड़ियो को आईपीएल नीलामी मे अपना नाम दर्ज करने का मौका मिलता है और नीलामी मे से टीमे उन्हे आईपीएल मे खेलना का मौका देती है। IPL ऐसे ही कई खिलाड़ियो की जिंदगी बदल चुकी है। और ऐसे ही खिलाड़ियो मे कोलकाता नाइट राइडर्स के Rinku Singh का नाम भी आता है।
Rinku Singh’s Early Life | रिंकू सिंह का प्रारंभिक जीवन
Rinku Singh का जन्म 12 अक्तूबर 1997 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मे हुआ था। रिंकू सिंह के पिता का नाम खानचंद्र सिंह है जो की पेशे से एक एलपीजी सिलिन्डर डिलिवरी मेन थे। रिंकू सिंह की माता का नाम विनादेवी है और वह एक गृहिणी है। रिंकू के परिवार मे उनके माता पिता के अलावा एक भाई और एक बहन भी है, भाई जीतू सिंह और बहन नेहा सिंह।
Rinku Singh घरेलू क्रिकेट मे उत्तर प्रदेश की टिम की तरफ से खेलते है। यह एक अजीब बात है की रिंकू बाए हाथ के बल्लेबाज़ और दाए हाथ के ऑफ ब्रेक गेंदबाज है। रिंकू सिंह 2018 से आईपीएल मे कोलकाता नाइट राइडर्स की टिम का हिस्सा है। रिंकू सिंह का अतीत जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा है, एक समय पर तो उनके घर मे आर्थिक तंगी के चलते रिंकू ने क्रिकेट का सपना तक छोड़ दिया था, क्योकि उनके पिता घर घर जाकर गेस सिलिन्डर की डिलीवरी किया करते थे और उनमे से ही उनके घर का गुज़ारा होता था। ऐसे मे रिंकू से क्रिकेटर बनने का सपना छोड़ दिया और नौकरी ढूँढने लगा। रिंकू ज्यादा पढ़ा-लिखा न होने के कारण उनको एक जगह पर जाडू-पोछा लगाने की नौकरी मिल रही थी। लेकिन इसके बाद रिंकू ने ठान लिया की अगर इस परिस्थिति मे बाहर आना है तो क्रिकेट पर ध्यान देना होगा और आगे बढ़ना होगा।
Rinku Singh’s Cricket Career | रिंकू सिंह का क्रिकेट करियर
रिंकू सिंह के क्रिकेट करियर की शुरुआत अंडर-16 से ही हो गई थी। रिंकू ने अंडर-16, अंडर-19 और अंडर-23 के स्तरो पर उत्तर प्रदेश की टीम का प्रतिनिधित्व किया और अंडर-19 स्तर पर सेंट्रल जॉन का भी प्रतिनिधित्व किया। रिंकू सिंह ने 31 मार्च 2014 को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी मे विदर्भ के खिलाफ T-20 मे अपना डेब्यु किया और 5 गेंदो पर नाबाद 24 रन बनाए थे, तब से ही इस खिलाड़ी की तेज़-तर्रार क्रिकेट खेलने की प्रतिभा का अनुभव हो गया था। रिंकू ने 5 नवंबर 2016 को रणजी ट्रॉफी 2016-17 मे उत्तर प्रदेश के लिए प्रथम श्रेणी मे अपना पदार्पण किया।
इसके बाद रिंकू सिंह ने सिर्फ क्रिकेट मे ही फोकस किया और क्रिकेट मे ही आगे बढ्ने का मन बना लिया। दिल्ली मे खेली गई एक प्रतियोगिता मे रिंकू को मेन ऑफ द सिरीज़ चुना गया और उनको उपहार मे एक बाइक मिली जो उन्होने अपने पिता को सौंप दी। ऐसे ही रिंकू अपने क्रिकेट के सपने को आगे बढ़ते हुए घरेलू क्रिकेट मे लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और जीतने वाली राशि से अपने परिवार का 5 लाख का कर्जा भी चुकाया। उनके इसी अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स ने रिंकू की अपनी टिम मे शामिल किया। हालाकी रिंकू को इस दौरान आईपीएल मे खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले, लेकिन जब भी उनको खेलने का मौका मिला है रिंकू ने हर बार अपने अच्छे प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है। रिंकू अपनी बल्लेबाज़ी के अलावा अच्छी फील्डिंग के लिए भी जाने जाते है।